अतिथि व्याख्याताओं के साथ यूज़ एंड थ्रो की पॉलिसी न अपनाएं सरकार – JCCJ

अतिथि व्याख्याताओं के साथ यूज़ एंड थ्रो की पॉलिसी न अपनाएं सरकार – JCCJ

अतिथि व्याख्याताओं के साथ यूज़ एंड थ्रो की पॉलिसी न अपनाएं सरकार – JCCJ

अतिथि व्याख्याताओं का नियुक्ति और नियमतिकरण नहीं करने से भविष्य हो रहा अंधकार मय – JCCJ

अतिथि व्याख्याताओं के जायज मांगों का जेसीसी दिया समर्थन,

🛑रायपुर,छत्तीसगढ़, दिनांक 10 अक्टूबर 2021। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने अतिथि व्याख्याता संघ (Guest Lecturer Association) के द्वारा अपने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर राजधानी रायपुर के धरना प्रदर्शन स्थल बूढ़ा तालाब में प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन को पार्टी की ओर से समर्थन देते हुए कहा प्रदेश के सरकार द्वारा अतिथि व्याख्याताओं का नियुक्ति और नियमतिकरण नहीं किया जाकर उनके साथ सौतेला व्यवहार करते हुए उनके साथ यूज़ एंड थ्रो की पॉलिसी अपना रही है जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो रहा है।

भगवानू नायक ने कहा देश के विभिन्न राज्यों में अतिथि व्याख्याताओं को यूजीसी मापदंड अनुसार भुगतान किया जाता है,अतिथि व्याख्याताओं को कॉलेज में एक पीरियड पढ़ाने पर 200 रुपए मानदेय दिया जाता है। जबकि यूजीसी के मानदेय अलग-अलग हैं,अन्य राज्यों में अतिथि शिक्षकों को एकमुश्त वेतन मिलता है लेकिन छत्तीसगढ़ में एकमुश्त वेतन नहीं दिया जाता। लेकिन छत्तीसगढ़ में अतिथि व्याख्याताओं को मात्र सितंबर से फरवरी माह तक की सेवा में रखा जाता है, शासकीय अवकाश के दिन वेतन कटौती की जाती है। बढ़ती उम्र के साथ समयावधि में उनकी नियुक्ति और नियमतिकरण नहीं होना उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है।

भगवानू नायक ने अतिथि व्याख्याताओं के जायज प्रमुख मांगों में अविलंब नियुक्ति के साथ 11 माह की पूर्ण कालिक अवधि, एकमुश्त मासिक वेतनमान , स्थानांतरण से सुरक्षा 65 वर्षों तक की स्थाई नौकरी आदि जल्द से जल्द पूरा करने का मांग सरकार से किया है।

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GYAN KHARE / EDITOR
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छत्तीसगढ़