दो पक्षों में मारपीट के बाद कवर्धा में गरमाने लगा सियासी माहौल। सांसद, पूर्व सांसद सहित एक हजार लोगों के खिलाफ fir शहर में निकाली गई सर्व समाज शांति समिति की रैली। एक सप्ताह से कवर्धा शहर रहा बंद, आज 10 बजे से 2 बजे तक खुलेंगे दुकाने।

दो पक्षों में मारपीट के बाद कवर्धा में गरमाने लगा सियासी माहौल। सांसद, पूर्व सांसद सहित एक हजार लोगों के खिलाफ fir शहर में निकाली गई सर्व समाज शांति समिति की रैली। एक सप्ताह से कवर्धा शहर रहा बंद, आज 10 बजे से 2 बजे तक खुलेंगे दुकाने।

एसपी कवर्धा

कवर्धा 9 अक्टूबर — कवर्धा में तीन तारिक को दो पक्षों में झंडा को लेकर वाद -विवाद मारपीट हुआ,विवाद इतना बढ़ा की जिला से लेकर राज्य स्तर तक माहौल गरमा गया और कवर्धा में दंगा हुआ तोड़फोड़ हुआ हजारों पुलिसफोर्स लगाना पड़ा इसके साथ ही धारा 144 और कर्फ्यू लगाना पड़ा। वही माहौल को बिगाड़ने वाले तथा नगर दंगाई करने वालों के साथ दोनों पक्षों सहित एक हजार लोगों के खिलाफ fir किया जा चुका है।इसके साथ ही 93 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आपको बता दे कवर्धा में घटना दिनांक के बाद से जो माहौल बिगड़ा वह पूर्ण रूप से जिला प्रशासन के नाकामी व लापरवाही के चलते बिगड़ा क्योंकि घटना के बाद नगर में धारा 144 लगाया गया दूसरे दिन शांति समिति की बैठक भी रखा गया लेकिन इसके बाद भी विश्व हिंदू परिषद के द्वारा धरना व चक्काजाम का सूचना सोसल मीडिया पर आते रहा फिर भी प्रशासन इसको हल्के में लिया। और इसका परिणाम हुआ 5 तारिक को संगठन के दौरा हजारों की संख्या में लोग नगर में पहुँचे जिसे पुलिस द्वारा नही रोका गया परिणाम यह हुआ कई लोगों के घर मे तोड़ फोड़ किया गया वाहनों को तोड़ा गया जिसमें अधिकांश मुस्लिम वर्ग के लोगों का नुकसान हुआ। वही इसके दूसरे दिन कवर्धा में भाजपा नेता धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल,कृष्णमूर्ति बांधी पहुँच गए शासन प्रशासन पर कई आरोप लगाये,इसके बाद 7 तारिक को पूर्व मंत्री भाजपा नेता अजय चंद्राकर भी आ धमके जिन्होंने भी आरोप लगाते हुए गिरफ्तार किए हुए लोगों को निःशर्त छोड़ने की बात कही।
8 तारिक को जिला प्रशासन के द्वारा सर्व समाज के प्रमुखों को बुलाकर नगर में शांति रैली निकाली गई और व्यावसायिक प्रतिष्ठानो सहित आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने की छूट दी गई।
वही आज फिर कवर्धा में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित कई विधायक कवर्धा पहुँच रहे है,ऐसे में माहौल शांत होने का नाम नही ले रहा है।

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GYAN KHARE / EDITOR
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कवर्धा